Four pillars of Digital India
हाल ही में आयोजित इंडिया मोबाइल कांग्रेस (IMC) में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डिजिटल इंडिया के चार प्रमुख स्तंभों पर चर्चा की, जो 2024 तक भारत का डिजिटल भविष्य बताएंगे। उनका कहना था कि डिजिटल इंडिया एक देशव्यापी आंदोलन बन चुका है, जिसमें हर व्यक्ति, क्षेत्र और उद्योग को डिजिटल युग में आगे बढ़ाने का लक्ष्य है. यह केवल सरकारी पहल नहीं है। IMC 2024 में उनके भाषण ने स्पष्ट किया कि तकनीक आने वाले समय में भारत के विकास का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनने जा रही है।
2015 में शुरू हुआ डिजिटल इंडिया कार्यक्रम ने देश को तकनीकी रूप से सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। प्रधानमंत्री मोदी IMC 2024 में डिजिटल इंडिया के चार महत्वपूर्ण स्तंभों पर विस्तार से चर्चा की। डिजिटल इनोवेशन, डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर, डिजिटल स्किलिंग और कनेक्टिविटी इन चार स्तंभों में शामिल हैं। इन चार स्तंभों का लक्ष्य भारत को एक डिजिटल रूप से समृद्ध देश बनाना है, जहां हर व्यक्ति डिजिटल सेवाओं और तकनीकों से लाभ प्राप्त करे।
कनेक्टिविटी: हर भारतीय तक इंटरनेट की पहुंच
- डिजिटल इंडिया के चार स्तंभों में कनेक्टिविटी सबसे महत्वपूर्ण है। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में कहा कि भारत में तेजी से इंटरनेट का उपयोग हो रहा है। 4G और 5G सेवाओं का विस्तार हो रहा है, और दूर-दराज के गांवों तक हाई-स्पीड इंटरनेट पहुंचाने की योजनाओं पर काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भारत का डिजिटल भविष्य कनेक्टिविटी पर टिका है। Read more….
- भारत जैसे विशाल और विविध देश में डिजिटल कनेक्टिविटी का विस्तार न केवल डिजिटल सेवाओं को सुलभ बना रहा है, बल्कि कृषि, शिक्षा, स्वास्थ्य और व्यापार क्षेत्रों में भी बदलाव ला रहा है। डिजिटल शिक्षा के माध्यम से विद्यार्थियों को अच्छी शिक्षा मिल रही है, ग्रामीण इलाकों में लोगों को डॉक्टरों से परामर्श मिल रहा है, और किसानों को बाजार और मौसम की जानकारी तुरंत मिल रही है।
- प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि 5G के माध्यम से हर जगह कनेक्टिविटी बनाया जाए, ताकि हर भारतीय डिजिटल दुनिया में शामिल हो सके।
डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर: मजबूत तकनीकी नींव
- प्रधानमंत्री मोदी ने स्पष्ट रूप से कहा कि सिर्फ डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने पर ही डिजिटल इंडिया का सपना साकार हो सकेगा। डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर में शामिल हैं डिजिटल सेवाओं का सुदृढ़ नेटवर्क बनाना, सभी सरकारी और गैर-सरकारी सेवाओं को डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर उपलब्ध कराना और उन्हें आम जनता के लिए आसान बनाना।
- प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत में अब क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर और डेटा सेंटरों का विस्तार तेजी से हो रहा है। सरकारी सेवाएं डिजिटाइज हो रही हैं, ताकि लोगों को कतार में खड़े होने की जरूरत न पड़े। अब सरकारी योजनाओं और सुविधाओं को डिजिटल रूप से आसानी से प्राप्त किया जा सकता है। इससे जनता का समय और पैसा बचता है, और देश में पारदर्शिता और उत्तरदायित्व बढ़ती है।
- उन्होंने यह भी बताया कि डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर से देश में नए रोजगार के अवसर पैदा हो रहे हैं और लोगों का जीवन सरल हो रहा है। यह देश की अर्थव्यवस्था के लिए बहुत ही लाभकारी कदम है क्योंकि इससे आईटी क्षेत्र और स्टार्टअप्स भी बढ़ रहे हैं।
डिजिटल स्किलिंग: युवाओं को नई तकनीकों से जोड़ना
- डिजिटल स्किलिंग, जो युवा पीढ़ी को डिजिटल युग की आवश्यकताओं को पूरा करने के उद्देश्य से शुरू किया गया है, डिजिटल इंडिया का तीसरा महत्वपूर्ण हिस्सा है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत को डिजिटल रूप से सशक्त बनाना है तो उसके युवाओं को डिजिटल कौशल से लैस करना होगा।
- इसके लिए सरकार ने स्किल इंडिया जैसे कई डिजिटल प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किए हैं, जो लाखों युवा लोगों को आईटी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग, डेटा एनालिटिक्स और साइबर सुरक्षा में प्रशिक्षित कर रहे हैं। इन कार्यक्रमों में युवा लोगों को न सिर्फ नवीनतम तकनीक सिखाया जाता है, बल्कि उन्हें नई चुनौतियों के लिए भी तैयार किया जाता है।
- अब अधिकांश नौकरियों में डिजिटल कौशल की आवश्यकता होती है, जो डिजिटल स्किलिंग को महत्वपूर्ण बनाता है। डिजिटल स्किलिंग कार्यक्रम न केवल युवा लोगों को रोजगार दे रहे हैं, बल्कि देश को आत्मनिर्भर बना रहे हैं। इससे भारत के युवा वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने के लिए तैयार हो रहे हैं।
डिजिटल इनोवेशन: भारतीय स्टार्टअप्स का समर्थन
- प्रधानमंत्री मोदी ने डिजिटल इनोवेशन को डिजिटल इंडिया का चौथा और अंतिम स्तंभ बताया, जिसमें भारतीय नवाचारों और स्टार्टअप्स को प्रोत्साहित किया जाता है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि नवाचार और स्टार्टअप्स भारत की डिजिटल क्रांति का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं, और सरकार उन्हें हर संभव मदद कर रही है।
- आज भारत एक स्टार्टअप हब बन चुका है, जहां हजारों नवोदित उद्यमियों ने अपनी नई तकनीकों और समाधानों को लाया है। भारतीय स्टार्टअप्स आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग, इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) और ब्लॉकचेन जैसी तकनीकों का उपयोग करके समस्याओं का समाधान कर रहे हैं जो न केवल देश में बल्कि विश्व भर में भी लागू हो रहे हैं।
- प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा कि सरकार स्टार्टअप्स को धन और तकनीक के क्षेत्र में मदद कर रही है, ताकि वे अपनी खोजों को बड़े पैमाने पर लागू कर सकें। स्टार्टअप्स को बढ़ावा देने से तकनीकी क्षेत्र में सुधार और रोजगार के नए अवसर पैदा हो रहे हैं।
निष्कर्ष: डिजिटल इंडिया का भविष्य
अपने भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्पष्ट किया कि डिजिटल इंडिया एक मिशन है जो भारत को दुनिया की सबसे बड़ी डिजिटल अर्थव्यवस्थाओं में से एक बना सकता है। कनेक्टिविटी, डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर, स्किलिंग और डिजिटल इनोवेशन के चार स्तंभ भारत के विकास के नए आयाम खोल रहे हैं और देश को डिजिटल युग में नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने के लिए तैयार कर रहे हैं।
डिजिटल इंडिया के इन स्तंभों का लक्ष्य सिर्फ तकनीकी विकास नहीं है; यह एक ऐसा कदम है जो समाज के हर वर्ग को लाभ पहुंचाता है। इस डिजिटल क्रांति में किसान, छात्र, व्यापारी और उद्यमी सब शामिल हैं।यह डिजिटल बदलाव आने वाले वर्षों में भारत को आत्मनिर्भर बनाएगा और इसे वैश्विक डिजिटल लीडर बनाएगा। यह डिजिटल इंडिया की राह पर हर भारतीय गर्व करता है, और सफलता के लिए हर व्यक्ति का योगदान महत्वपूर्ण होगा।
[…] मई 2018 में एबी डीविलियर्स ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की। लेकिन उन्होंने फ्रेंचाइज़ी क्रिकेट खेलना जारी रखा, जैसे आईपीएल। 2021 में क्रिकेट से पूर्ण रूप से संन्यास लेने के बावजूद, डीविलियर्स आज भी उतने ही प्रसिद्ध हैं। उनका खेल, उनकी पर्सनालिटी और उनकी खेल की शैली ने उन्हें क्रिकेट में एक आइकन बना दिया है। अब उनका नाम ICC Hall of Fame में दर्ज होना उनके करियर का सबसे बड़ा सम्मान है। Read more…. […]